Sunday, March 22, 2015

नया ज्ञान


छुट्टियां बीत गईं रातों की नींद गईं

छुट्टियां बीत गईं रातों की नींद गईं

उठा आलस छोड़ा स्कूल की ओर दौड़ा

इमारत वही प्रिन्सिपल वही

घड़ी वही घण्टी वही              

कमरे वही कुर्सियां वही

शिक्षिका वही चपरासी वही

पर कमीज़ नयी  पैन्ट नयी

बैग नया जूता नया

पुस्तकें नयी कापियां नयी

इतिहास नया  गुजरा ज़माना

नेहरू का जाना मोदी का आना

गरमीका जाना बरखा का आना

दो का जोड़ पुराना     

बदल सका ज़माना

कुछ नया ज्ञान पाना

बस यही दुनिया को है दिखलाना…………

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