ऋतुएँ (नन्हे-मुन्नों के लिए)
(भारत की छः ऋतुएँ-ग्रीष्म,वर्षा,शरद,हेमन्त,शिशिर और वसंत)
एक ऋतु आए एक ऋतु जाए,
बच्चों के मन लुभाती जाए.
गरमी की ऋतु आए, गरम हवा लाए,
कोई पिए ठंडा पानी,कोई पिए नींबू पानी.
फिर भी चैन न आए,क्या करें हम क्या करें.1
वर्षा ऋतु आए,काली घटा छाए,
उमड़-घुमड़ बादल गरजे, झम-झम- झम-झम पानी बरसे,
कागज की नाव चलाएँ,छाता ले कर बाहर जाएँ.2
शरद ऋतु आए,त्यौहार ले कर आए,
पूनम की रात आए,गोपियां रास रचाएँ,
दीवाली में दीप जलाएँ, बहन भाई को टीक लगाएँ.3
हेमन्त ऋतु आए, घर-घर खुशियाँ लाए,
खेतों में फसल लहराए, आशा की ज्योत जगाएँ,
साथी को हम हाथ बढा़एँ,मिल कर बोझ उठाएँ.4
शिशिर ऋतु आए, सरदी लेकर आए,
आसमान से बर्फ गिरे,ठंडी-ठंडी हवा चले,
संक्रात का दिन मनाएँ, सब मिल कर पतंग उड़ाएँ.5
वसन्त ऋतु आए,कोयल कूक सुनाए,
झूम-झूम गाएं,झूम-झूम नाचें,
रंग रंगीली होली आए, अबीर-गुलाल उड़ाती आए.6
एक ऋतु आए एक ऋतु जाए,
बच्चों के मन लुभाती जाए.
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दिसम्बर 2008
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